
चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में पंजीकरण/नवीनीकरण कराया जाना अनिवार्य है।
चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में पंजीकरण/नवीनीकरण कराया जाना अनिवार्य है।
डॉ.इम्तियाज़ अहमद ब्यूरो चीफ़
जौनपुर(उत्तर शक्ति)
जौनपुर (उत्तर शक्ति)मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 लक्ष्मी सिंह ने जनपद जौनपुर में संचालित समस्त एलोपैथिक पद्यति के संचालकों को अवगत कराना है कि निजी चिकित्सालयों/नर्सिगहोम/क्लीनिक/ पैथोलॉजी/डायग्नोस्टिक सेन्टर इत्यादिके संचालन से पूर्व मुख्य
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में बिना पंजीकरण करायें संचालन करना अवैध है। 50 शैय्या से कम क्षमता वाले नैदानिक स्थापनों की पंजीकरण/नवीनीकरण पूर्व में प्रचलित व्यवस्था के अनुसार किया जायेगा।
अतः समस्त एलोपैथिक पद्वति के निजी चिकित्सालयों/नर्सिगहोम/क्लीनिक/पैथोलॉजी/ डायग्नोस्टिक सेन्टर इत्यादि के संचालकों को निर्देशित किया जाता है कि अपने संस्थान के पंजीकरण के नवीनीकरण हेतु निर्धारित वेबसाइट UP-health.in पर 30 अप्रैल 2024 तक प्रत्येक दशा में ऑनलाइन आवेदन करना सुनिश्चित करें। 30 अप्रैल 2024 को रात्रि 12ः00 बजे के बाद नवीनीकरण हेतु किये जाने वाले किसी भी आवेदन पर विचार नही किया जायेगा तथा उक्त संस्थान के आवेदन को अस्वीकार करते हुये, पंजीकरण निरस्त कर दिया जायेगा एवं विधिक कार्यवाही कर दी जायेगी साथ ही साथ आपको यह भी अवगत कराना है कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन ¼ABDM½ पोर्टल पर जाकर अपने HFR (हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री) तथा HFR (हेल्थ केयर प्रोफेसनल्स रजिस्ट्री) का रजिस्ट्रेशन कराना सुनिश्चित करें, क्योंकि उक्त व्यवस्था वर्ष 2024 के नवीनीकरण हेतु अनिवार्य हो गयी है।
ऑनलाइन आवेदन के पश्चात समस्त अभिलेखों (चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ के शैक्षिक योग्यता के अभिलेख, शपथ-पत्र, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा अग्नि-शमन विभाग द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण-पत्र जिसकी वैधता तिथि 30 अप्रैल 2025 तक हो इत्यादि) की मूल प्रति कार्यालय में उपलब्ध करायेंगे एवं प्रतिष्ठान में कार्य करने वाले चिकित्सक का भौतिक सत्यापन कार्यालय में करायेंगे, तत्पश्चात नवीनीकरण/पंजीकरण किया जायेगा।
उन्होंने समस्त निजी प्रतिष्ठानों को निर्देशित किया है कि अपने चिकित्सालय से सम्बन्धित समस्त विवरण (चिकित्सक व पैरामेडिकल का नाम, रजिस्ट्रेशन नम्बर इत्यादि) 5 x 3 (15 वर्ग फुट) के डिस्पले बोर्ड पर जिसका बैकग्राउण्ड पीला, लेटर (लेटर हिन्दी में होगा) काला रंग का होगा चिकित्सालय के मुख्य द्वारा पर स्पष्ट दिखने वाले स्थान पर प्रदर्शित करेंगे।