
जौनपुर: मृतक शिक्षक परिवार के एक सदस्य को मिले सरकारी नौकरी एवं एक करोड़ मुआवजा : ललई
जौनपुर: मृतक शिक्षक परिवार के एक सदस्य को मिले सरकारी नौकरी एवं एक करोड़ मुआवजा : ललई
मृतक शिक्षक विपिन यादव के परिजनों से मिले पूर्व ऊर्जा मंत्री शैलेंद्र यादव ललई, दी सांत्वना
जौनपुर ( उत्तरशक्ति )। जनपद के मल्हनी गाँव निवासी 32 वर्षीय शिक्षक तथा ड्यूटी पर तैनात बीएलओ विपिन यादव की मौत के पीछे पूर्व ऊर्जा एवं नियोजन राज्य मंत्री शैलेंद्र यादव ‘ललई’ ने प्रशासनिक दबाव और प्रताड़ना को जिम्मेदार बताया है। वह बुधवार की शाम मृतक शिक्षक के परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने राम घाट पर अंतिम संस्कार में शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने सरकार से गोंडा के स्थानीय उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी और लेखपाल को तत्काल निलम्बित करने एवं गिरफ्तारी के साथ-साथ कठोर कानूनी कार्यवाही की मांग की। साथ ही, पीड़ित परिवार की मांग है कि परिवार के एक सदस्य को समकक्ष सरकारी सेवा प्रदान की जाए तथा एक करोड़ रुपये का मुआवज़ा दिया जाए, जिससे परिवार को न्याय और सहायता मिल सके। चुनाव आयोग तथा शासन-प्रशासन से माँग करते हैं कि इस प्रकरण की पूर्ण, निष्पक्ष जाँच कराकर दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
लोकतांत्रिक अधिकारों और मताधिकार की रक्षा सर्वोपरि है। पूर्व मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि शिक्षक की मौत प्रशासनिक दबाव, राजनीतिक हस्तक्षेप और कमजोर वर्गों के मताधिकार पर हमले के दौरान हुई। आरोप लगाया कि गोण्डा जनपद में एसआईआर के दौरान अधिकारियों द्वारा उन पर अत्यधिक दबाव बनाया जा रहा था। सोशल मीडिया पर शेयर की गई पोस्ट में उन्होंने बताया कि परिवार का कहना है कि उनसे कथित रूप से यह कहा जा रहा था कि पिछड़े वर्ग, दलित समाज और कमजोर तबके के पात्र मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में नहीं आने चाहिए, उन्हें हटाओ।
इस अमानवीय दबाव, प्रताड़ना और निलम्बन की धमकियों को सहन न कर पाने के कारण नई उम्र का बेटा टूट गया और उसने अपनी जान दे दी। यह अत्यन्त पीड़ादायक और समाज को झकझोर देने वाली घटना है।








