
वाराणसी रामनगर में कल डॉ अनिल कुमार पाण्डेय(आई0पी0एस0),सेनानायक के दिशा-निर्देशन व अध्यक्षता में सैनिक सम्मेलन/जोनल गोष्ठी का अयोजन
वाराणसी रामनगर में कल डॉ अनिल कुमार पाण्डेय(आई0पी0एस0),सेनानायक के दिशा-निर्देशन व अध्यक्षता में सैनिक सम्मेलन/जोनल गोष्ठी का अयोजन
डॉ.एस.के.मिश्र (उत्तरशक्ति)ज़िला संवाददाता वाराणसी
वाराणसी(उत्तरशक्ति)रामनगर में कल डॉ अनिल कुमार पाण्डेय(आई0पी0एस0), सेनानायक के दिशा-निर्देशन व अध्यक्षता में सैनिक सम्मेलन/जोनल गोष्ठी का आयोजन वाहिनी रविंद्रालय पर किया गया. इस अवसर पर श्री प्रमोद कुमार यादव -DC एंटी नक्सल
श्री राजेश कुमार -सहायक सेनानायक
डॉ अबरार अहमद – चिकित्साधिकारी, वाहिनी चिकित्सालय
डॉ विनय कुमार मिश्रा -चिकित्साधिकारी
श्री कैलाश नाथ यादव -शिविरपाल श्री भगवान सिंह यादव— सूबेदार मेजर सहित वाहिनी के समस्त अधिकारी / कर्मचारीगण, समस्त दलों के दलनायक, पोस्ट प्रभारी, जोनल के समस्त पोस्ट प्रभारी उपस्थित रहे। सेनानायक द्वारा व्यक्तिगत तौर पर सभी अधिकारी /कर्मचारीगण/जोनल पोस्ट प्रभारीगण से व्यक्तिगत तथा सामूहिक समस्या पूछी गई सभी ने कुशलता प्रकट किए।
महोदय द्वारा समस्त दलनायक एवं पोस्ट प्रभारी से अपने-अपने कंपनी एवं प्लाटून के संबंध में पूछा गया एवं पोस्ट पर उपस्थित जवानों की समस्या के बारे में जानकारी ली गई सभी ने कुशलता प्रकट किए।
सम्मेलन के प्रारंभ में महोदय द्वारा वाहिनी चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को सम्मान दिया गया. उनके सम्मान में वाहिनी बैंड द्वारा मधुर धुनों का प्रस्तुतीकरण किया गया व उपस्थित कर्मियों द्वारा करतल ध्वनियों के साथ स्वागत किया गया.महोदय द्वारा बताया गया कि चतुर्थ वर्गीय कर्मी (स्वीपर, कुक )पर्दे के पीछे में रहकर अपने कार्यों का संपादन करते हैं लेकिन इनका महत्व वाहिनी में सबसे ज्यादा है. इनके बिना कोई भी कार्य सफल नहीं होगा।
संबोधन के क्रम में महोदय द्वारा वाहिनी में चल रहे निर्माण कार्यों G+11,G+5, बहुउद्देशीय हॉल, बैरक निर्माण आदि के संबंध में चर्चा की गई वाहिनी का सर्वांगीण विकास हुआ है।
वाहिनी काफी स्वच्छ व साफ- सुथरी है.आगे के दिनों में वाहिनी के साफ-सफाई, निर्माण कार्य एवं विकास कार्य के लिए टीम बनाकर सेक्टर वाइज बांटा जाएगा।
आगे महोदय द्वारा अपने संबोधन में वाहिनी में लगाए गए हजारों की संख्या में पौधारोपण को लेकर चर्चा की गई. मियावाकी तकनीक से लगाए गए पौधे आज घने जंगल का रूप ले चुका है. जिससे वाहिनी को बिल्कुल शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त हो रहा है. वाहिनी का चौतरफा विकास हुआ है वाहिनी में काफी मेंटेनेंस हो गई है. जिससे लगातार प्रदेश स्तर के उच्च अधिकारियों द्वारा भी वाहिनी की तारीफ की जा रही है।
आगे महोदय द्वारा अपने संबोधन में वाहिनी में वातानुकूलित लाइब्रेरी के सकुशल संचालन को लेकर चर्चाएं की गई. महोदय के नेतृत्व में वाहिनी में हजारों की संख्या में पेड़ -पौधे लगाए गए हैं. वाहिनी के पूर्वी हिस्से में खाली पड़े जमीन पर मियावाकी तकनीक से एक बहुत घना वन लगाया गया है. प्रचंड गर्मी में भी वाहिनी का तापमान बाहर के तापमान से सदैव तीन से चार डिग्री सेंटीग्रेड कम रह रहा है।
महोदय द्वारा जोनल से आए समस्त पोस्ट प्रभारीगण से समस्या पूछी गई सभी ने कुशलता प्रकट किए. बरसात के मौसम में खास करके सोनभद्र जैसे इलाकों में जहरीले जीवों से बचने की सलाह दी गई. रात में बिना टॉर्च के न निकलने हेतु हिदायत दी गई एवं नदी नाले में न उतरने को लेकर सख्त पाबंदी की गई.
संबोधन के क्रम में महोदय द्वारा वाहिनी बैंड टीम की तारीफ की गई एवं बैंड टीम से शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान के संबंध में पूछा गया. उनका जन्म स्थान वाराणसी में होना हम सबके लिए बड़े गर्व की बात है।
महोदय द्वारा जीवन को मौज,आनंद और उल्लास का पर्यायवाची बताया गया. कर्मियों से जीवन को बड़े सरलता एवं मधुरता के साथ जीने हेतु प्रेरित किया गया. महोदय द्वारा स्वास्थ्य को सबसे बड़ा धन बताया गया. शरीर का ख्याल रखोगे तो शरीर आपका ख्याल रखेगा।
इस अवसर पर वाहिनी चिकित्साधिकारी द्वारा भी कर्मियों को संबोधित किया गया. आए दिनों बरसात के मौसम में विभिन्न प्रकार के रोग फैलने की संभावना ज्यादा रहती है उसके बचाव व डेंगू से बचाव के संबंध में विस्तृत से जानकारियां दी गई. श्री राजेश कुमार – सहायक सेनानायक द्वारा भी कर्मियों को संबोधित किया गया. सतर्कता के साथ ड्यूटी संपादन एवं कंपनी व्यवस्थापन स्थल पर भी लगातार शास्त्राभ्यास करने हेतु निर्देशित किया गया