
CBSE बोर्ड 2024 में ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियों का रहा दबदबा
CBSE बोर्ड 2024 में ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियों का रहा दबदबा
डॉ.इम्तियाज़ अहमद सिद्दीक़ी उत्तरशक्ति ब्यूरों चीफ़ जौनपुर।लखनऊ उत्तर प्रदेश
जौनपुर(उत्तरशक्ति)सीबीएसई बोर्ड 2024 का हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट का परीक्षाफल सोमवार को घोषित हुआ जिसमें हमाम दरवाजा जौनपुर
डालिम्स सनबीन अरमा फरहत /सना मिर्ज़ा 94% प्रतिशत,दोनों का रहा।
मगर किसी भी बच्चे को उदास होने की ज़रूरत नहीं है।
जीवन में हर तरह के पड़ाव आते जाते रहते है।हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।पुना कोशिश करते रहना चाहिए।
हार कर जीतने वाले को ही बाज़ीगर कहा जाता है।जैसे ही
रिजल्ट घोषणा हुई उसके बाद छात्र व छात्राए एक साल की मेहनत का फल लेने के इंतज़ार में मोबाइल व कम्प्यूटर की स्क्रीन पर टक टकटकी लगाये बैठे थे।
जैसे CBSE ने रिजल्ट को घोषणा किया सभी बच्चे ख़ुशी से झूम उठे।उसी कड़ी में एक नाम आता है।अरमा फ़रहत का पुत्री डॉ.जिलानी ख़ान बग़ल के जनपद आज़मगढ़ के तहसील लालगंज ग्राम सभा कटौली बुजुर्ग की निवासी है।
अरमा फ़रहत के दादा मोहम्मद इरफ़ान ख़ान एक समाजसेवी है।
अरमा के पिता एक यूनानी चिकित्सक है।अरमा पाँच भाई बहनों में सबसे बड़ी है।
बड़ा भाई अरुणाचल प्रदेश से इंजीनियरिंग कर रहा है।बाक़ी के भाई अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
अरमा मौजूदा समय में डॉलिम्स सनबीम स्कूल हमाम दरवाज़ा सदर जौनपुर से अपनी पढ़ाई कर रही है।
अरमा फ़रहत हाई स्कूल 94.%प्रतिशत लाकर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
वही सना मिर्जा 94 % प्रतिशत दूसरा स्थान प्राप्त किया।सना मिर्ज़ा तीन बहनों में सबसे छोटी है।पिता मोहम्मद शमीम खाड़ी के देशों में रोज़ी रोटी कमाने के सिलसिले कही वर्षों से रहते है।पढ़ाई के सिलसिले में अपनी बिटिया रानी की पढ़ाई के सिलसिले में जौनपुर शहर में आकर रहने लगे।
kमूल निवासी विकास खण्ड सोधी शाहगंज के ग्राम सोगर जनपद जौनपुर की सना मिर्ज़ा रहने वाली है।
जब पास होने सूचना परिजनों को लगी तो बधाई देने वालो का सिलसिला जारी रहा। कोई मोबाइल के माध्यम से तो कोई स्वयं जाकर मुँह मीठा कराया।
कौन कहता है कि बेटिया किसी से कम है।बस उन्हें उडान भरने की ज़रूरत है।
इसी लिये कहा गया है बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ।
स्कूल की तरफ़ से अरमा फ़रहत/सना मिर्ज़ा को बुलाकर सम्मानित किया गया।
जब इस सम्बन्ध में लखनऊ उत्तरशक्ति हिन्दी दैनिक के सह संपादक डॉ.इम्तियाज़ अहमद सिद्दीक़ी ने दूरभाषा से पूछा कि इसका स्रेह आप किसे देती है।
अरमा फ़रहत /सना मिर्ज़ा ने का कहना था।सबसे पहले मैं अपने माता पिता अपने भाई को देती हूँ।
हमेशा मुझे मोटिवेट किया करते थे।
विद्यालय की प्रधानाचार्य ने छात्र-छात्राओं की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शिक्षकों,विद्यालय से जुड़े अभिभावकों व छात्रों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने विद्यालय के छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी किया।