
जौनपुर:फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाकर संपत्ति और मृतक आश्रित का हक हड़पने की साजिश,विधवा ने महिला आयोग से लगाई न्याय की गुहार
डॉ.इम्तियाज अहमद सिद्दीकी सह-संपादक,उत्तरशक्ति हिन्दी दैनिक,जौनपुर ( उत्तर प्रदेश )
रियाजुल हक़ ब्यूरो
जौनपुर:फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाकर संपत्ति और मृतक आश्रित का हक हड़पने की साजिश,विधवा ने महिला आयोग से लगाई न्याय की गुहार
जौनपुर(उत्तरशक्ति)।लाइन बाजार थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला सुवर्णा सिंह ने उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती गीता बिंद को प्रार्थना-पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है। प्रार्थिनी ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उनके पति स्व. धीरेन्द्र प्रताप सिंह, जो राष्ट्रीय इंटर कॉलेज जमुहाई में कनिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत थे। का निधन इलाज के दौरान 24 अप्रैल 2025 को लखनऊ स्थित संजय गांधी पीजीआई में हुआ। लेकिन चचेरे जेठ (कॉलेज मैनेजर) आदि लोगो ने एक साजिश के तहत झूठा मृत्यु प्रमाण-पत्र तैयार करवा लिया। जिसमें मृत्यु स्थल जमुहाई दिखाया गया है।सुवर्णा सिंह ने बताया कि धीरेन्द्र सिंह का पूर्व विवाह गायत्री सिंह से हुआ था। लेकिन बाद में न्यायालय से विधिवत तलाक लेकर धीरेन्द्र सिंह ने सुवर्णा सिंह से विवाह किया और उनके एक पुत्र ओशो सिंह भी हैं। इलाज के दौरान सुवर्णा सिंह ने अपने पति को मुंबई और लखनऊ के प्रतिष्ठित अस्पतालों में भर्ती कराया।लेकिन तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर SGPGI लखनऊ में उनका निधन हो गया।
प्रार्थिनी का आरोप है कि मृतक धीरेन्द्र सिंह की सरकारी सेवा से जुड़ी आश्रित सूची में अपना और अपने पुत्र का नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन देने पर कॉलेज के मैनेजर ने अभद्रता करते हुए गाली-गलौज की और कॉलेज से भगा दिया। बाद में जानकारी मिली कि उक्त लोगों ने साजिशन फर्जी हलफनामा, गवाही और मृत्यु प्रमाण-पत्र तैयार कराकर सरकारी अभिलेखों में मृत्यु स्थल जमुहाई दर्शाया, ताकि सुवर्णा सिंह को मृतक आश्रित का लाभ न मिल सके।
सुवर्णा सिंह का यह भी आरोप है कि विपक्षियों को प्रदेश सरकार के एक मंत्री का संरक्षण प्राप्त है,जिससे स्थानीय प्रशासन कार्यवाही से बच रहा है। पीड़िता ने महिला आयोग से अनुरोध किया है कि पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराकर फर्जी दस्तावेज तैयार करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराई जाए और उन्हें व उनके पुत्र को न्याय व सुरक्षा दिलाई जाए।