
जौनपुर:जमीन पैमाइश के दौरान हुआ बवाल,भागे लेखपाल-कानूनगो,नेवढ़िया थाना क्षेत्र के पसियाही कला गांव की घटना, पुलिस फायरिंग से कर रही इनकार
डॉ.इम्तियाज अहमद सिद्दीकी सह-संपादक,उत्तरशक्ति हिन्दी दैनिक,जौनपुर ( उत्तर प्रदेश )
रियाजुल हक़ ब्यूरो
जौनपुर:जमीन पैमाइश के दौरान हुआ बवाल,भागे लेखपाल-कानूनगो,नेवढ़िया थाना क्षेत्र के पसियाही कला गांव की घटना,
पुलिस फायरिंग से कर रही इनकार
नेवढ़िया,जौनपुर(उत्तरशक्ति) । नेवढ़िया थाना क्षेत्र के पसियाही कला गांव में सोमवार को जमीन की पैमाइश के दौरान अचानक हुए विवाद में हवाई फायरिंग की घटना सामने आई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। फायरिंग से डरे लेखपाल मनदीप मौर्य एवं कानूनगो ज्ञान प्रकाश सिंह जान बचाकर वहां से भाग खड़े हुए।
जानकारी के अनुसार, गांव के जोखनराम यादव और दिवाकर यादव के बीच लंबे समय से जमीन का विवाद चल रहा था। प्रशासन द्वारा इस विवाद को राजस्व नियमावली की धारा 24 के अंतर्गत सुलझाने के लिए पैमाइश का आदेश दिया गया था। इसी आदेश के तहत सोमवार की दोपहर लेखपाल व कानूनगो की टीम गांव में पहुंची और पत्थर गड्डी की कार्रवाई शुरू की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पैमाइश चल रही थी तभी अचानक गांव का एक व्यक्ति, जिनका इस भूमि विवाद से प्रत्यक्ष संबंध नहीं था, ने मौके पर पहुंचकर जोखनराम यादव और सुभाष यादव को बुला लिया। आरोप है कि इसी बीच एक व्यक्ति दूसरे पर रिवाल्वर से फायरिंग कर दी। जिससे घटनास्थल पर हड़कंप मच गया।
फायरिंग की होती ही कानूनगो और लेखपाल ने तत्काल वहां से भागकर अपनी जान बचाई। ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया और लोग घटनास्थल से दूरी बनाकर रहे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने तत्काल 112 डायल सेवा को सूचना दी।
पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया तथा दोनों पक्षों के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर नेवढ़िया थाने ले जाया गया। समाचार लिखे जाने तक थाने में दोनों पक्षों के साथ-साथ हल्का लेखपाल और कानूनगो भी मौजूद थे और पुलिस द्वारा समझौता कराने की कोशिशें जारी थीं। इस बाबत जब थानाध्यक्ष राजाराम द्विवेदी से जानकारी ली गई तो उन्होंने फायरिंग की घटना से इनकार करते हुए कहा कि यह मात्र भूमि विवाद है। दोनों पक्षों को थाने पर बुलाकर पूछताछ की जा रही है और विधिक कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, गांव के जोखनराम यादव और दिवाकर यादव के बीच लंबे समय से जमीन का विवाद चल रहा था। प्रशासन द्वारा इस विवाद को राजस्व नियमावली की धारा 24 के अंतर्गत सुलझाने के लिए पैमाइश का आदेश दिया गया था। इसी आदेश के तहत सोमवार की दोपहर लेखपाल व कानूनगो की टीम गांव में पहुंची और पत्थर गड्डी की कार्रवाई शुरू की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पैमाइश चल रही थी तभी अचानक गांव का एक व्यक्ति, जिनका इस भूमि विवाद से प्रत्यक्ष संबंध नहीं था, ने मौके पर पहुंचकर जोखनराम यादव और सुभाष यादव को बुला लिया। आरोप है कि इसी बीच एक व्यक्ति दूसरे पर रिवाल्वर से फायरिंग कर दी। जिससे घटनास्थल पर हड़कंप मच गया।
फायरिंग की होती ही कानूनगो और लेखपाल ने तत्काल वहां से भागकर अपनी जान बचाई। ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया और लोग घटनास्थल से दूरी बनाकर रहे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने तत्काल 112 डायल सेवा को सूचना दी।
पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया तथा दोनों पक्षों के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर नेवढ़िया थाने ले जाया गया। समाचार लिखे जाने तक थाने में दोनों पक्षों के साथ-साथ हल्का लेखपाल और कानूनगो भी मौजूद थे और पुलिस द्वारा समझौता कराने की कोशिशें जारी थीं। इस बाबत जब थानाध्यक्ष राजाराम द्विवेदी से जानकारी ली गई तो उन्होंने फायरिंग की घटना से इनकार करते हुए कहा कि यह मात्र भूमि विवाद है। दोनों पक्षों को थाने पर बुलाकर पूछताछ की जा रही है और विधिक कार्रवाई की जा रही है।