
विरोधियों को नहीं हजम हो रहा है केराकत नगर का विकास, जब कुछ नहीं मिला तो जल भराव को बनाया मुद्दा: चेयरमैन ज्योति कृष्णा जायसवाल
विरोधियों को नहीं हजम हो रहा है केराकत नगर का विकास, जब कुछ नहीं मिला तो जल भराव को बनाया मुद्दा: चेयरमैन ज्योति कृष्णा जायसवाल
केराकत नगर वासियों का मेरे प्रति स्नेह प्यार आशीर्वाद था है और रहेगा चेयरमैन
डॉ.इम्तियाज़ अहमद सिद्दीक़ी सह-सम्पादक उत्तरशक्ति,जौनपुर(उत्तर प्रदेश)
केराकत जौनपुर(उत्तरशक्ति)बुधवार को जमकर हुई बरसात से बारिश के पानी को लेकर जलभराव और कुछ दुकानदारों के दुकानों में बरसात का पानी घुसनें का खूब विरोधियों द्वारा कुछ लोगों को आगे करके मुद्दा बनाया गया है।
केराकत नगर में बरसात से हुई कुछ जगहों पर जल भराव के बाबत कुछ मीडियाकर्मी नें नगर के व्यापारियों दुकान दारों और कुछ सभासदों से जानकारी ली गई तो उन सभी लोगों नें बताया कि जिस तरह से कल बरसात हो रही थी और कुछ लोगों द्वारा भींग करके फोटो और वीडियों बना कर उसको वायरल करके उसको मुद्दा बनाया गया वह हमलोगों की समझ से बहुत गलत बात है।ऐसा नहीं करना चाहिए था।
जब की बरसात का पानी निकलने में 5 से 10 मिनट का समय लगता है। साजिश के तहत जलभराव की फोटो तो खींचकर वायरल करा दिया गया लेकिन जब कुछ ही मिनटों में बरसात का सारा वह पानी पुरी तरह से बहकर साफ हो गया रोड साफ सुथरी हो गई उसकी भी तो फोटो खींचकर वायरल करना चाहिए था।
लेकिन नहीं किया गया क्योंकि बस मामुली चीज़ को मुद्दा बनाना था। जब की नगर के किसी भी वार्ड में बरसात के पानी से जल भराव की समस्या नहीं होती इसका कारण है क्योंकि चेयरमैन साहब और उनके पति प्रतिनिधि कृष्णा जायसवाल उर्फ गोलू द्वारा नगर पंचायत कार्यालय के समस्त कर्मचारियों को सख्त निर्देश और हिदायत दी गई है।
कि साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए और रखा भी जाता। इस सम्बन्ध में चेयरमैन ज्योति कृष्णा जायसवाल से जब पुछा गया तो उन्होंने कहा कि केराकत नगर की देव तुल्य जनता की समस्यायों का पूरा ध्यान रखती हूं रही बात बरसात से जल जमाव कीतो आप जानते ही हैं कि विरोधियों को कुछ मुद्दा तो है नहीं खैर छोड़िए मैं और मेरे पति जनता की सेवा करती हूँ।
और करती रहुंगी। चेयरमैन नें कहा कि मैं नगर के उन दुकान दारों से निवेदन करती हूँ कि जिन दुकानों में पानीं गया है।वह दुकान दार अपने दुकान की कुर्सी ऊंची करवा लें जो सड़क की सतह से नीचे हैं उस दुकानों में बरसात का पानीं पहुंचना लाजमी है।चेयरमैन ज्योति कृष्णा जायसवाल नें शेर के जरिए कहा कि,
तू अपनी खूबियां ढूंढ,कमियां निकालने के लिए ”लोग हैं न”।
अगर रखना ही है कदम तो आगे रख, पीछे खींचने के लिए ”लोग हैं न”। सपने देखना ही है तो ऊंचे देख, नीचा दिखाने के लिए ”लोग हैं न”।
अपनें अंदर जुनून की चिंगारी भड़का, जलनें के लिए ”लोग हैं न”।
अगर बनानीं है तो यादें बना, बातें बनाने के लिए ”लोग हैं न”।
प्यार करना है तो खुद से कर, दुश्मनी करने के लिए ”लोग हैं न”