
प्रशासन के नाक के नीचे बिना पंजीयन के संचालित होते हॉस्पिटल एसडीएम ने 6 अस्पतालों पर की छापेमारी
डॉ.इम्तियाज़ अहमद सिद्दीक़ी सह-सम्पादक
रियाजुल हक (उत्तरशक्ति)जिला क्राइम रिपोर्टर जौनपुर
प्रशासन के नाक के नीचे बिना पंजीयन के संचालित होते हॉस्पिटल एसडीएम ने 6 अस्पतालों पर की छापेमारी

अस्पताल की कमियों को दो सप्ताह में सुधार न करने पर होगी कड़ी करवाई
शाहगंज जौनपुर( उत्तरशक्ति) ।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर शाहगंज के उप जिलाधिकारी राजेश कुमार चौरसिया और वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रफीक फारूकी ने मंगलवार को लखनऊ सुल्तानपुर मार्ग पर संचालित कई अस्पतालों पर धावा बोल दिया। इस दौरान निरीक्षण में काफी कमियां मिलीं। जिस पर एसडीएम ने हिदायत देते हुए, दो सप्ताह में दूर करने का निर्देश दिया। जांच के दौरान खुद को शाहगंज का सर्वश्रेष्ठ अस्पताल घोषित करने वाले कई अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन काफी पहले ही समाप्त होने की बात सामने आई। इसके बावजूद भी अवैध रूप से संचालित करते उक्त अस्पताल मिले। कान्हा हार्ट एवं मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल का पंजीयन पहले ही खत्म पाया गया। ऐसे में ही शाहगंज नगर से सेट आशादीप एवं जीवन धारा अस्पताल भी बिना पंजीकरण के संचालित मिले। अस्पताल संचालकों द्वारा रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करने की बात स्वीकारी गई। जिस पर एसडीएम ने उन्हें उन्हें मोहलत देते हुए चेतावनी दी कि यदि दो सप्ताह में अस्पताल का पंजीकरण प्रमाण पत्र नहीं दिखाया गया तो अस्पताल को सीज कर दिया जाएगा। इसके बाद शाहगंज के विभिन्न अस्पतालों में हड़कंप मच गया। फिलहाल एसडीएम की इस कार्रवाई से नगर में संचालित अन्य अस्पतालों में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। ज्ञात हो कि मंगलवार की सुबह कान्हा हार्ट मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल सन्तोदय हॉस्पिटल आशादीप हॉस्पिटल जीवन धरा हॉस्पिटल मां शांति और जीवनदीप हॉस्पिटल सहित उन अस्पतालों पर उप जिलाधिकारी शाहगंज राजेश कुमार चौरसिया एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रफीक फारूकी ने औचक निरीक्षण किया ऐसे में उक्त अस्पताल अपने मानक पर खरा नहीं उतरे। उप जिलाधिकारी ने जांच के दौरान मरीजों की भर्ती व्यवस्था अभिलेख के रखरखाव और फायर एनओसी नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की, अस्पतालों की कमियों को 15 दिन के भीतर दूर नहीं करने पर अस्पताल के ऊपर कठोर कार्रवाई की बात कही। परंतु में चुनिंदा अस्पतालों पर केवल अपना रूप दिखा देने से क्या भ्रष्टाचार में लिप्ट अवैध अस्पताल सुधर जाएंगे या फिर मात्र चंद राजमार्ग सड़कों पर औचक निरीक्षण कर लेने से क्या शाहगंज क्षेत्र के अवैध अस्पताल बंद हो जाएंगे।