
करवा चौथ के दिन पत्नी ने अपने पति को छोड़ प्रेमी के गले में डाला वरमाल
मन क्यों बहका रे बहका आधी रात को किसने बंशी बजाई आधी रात को
करवा चौथ के दिन पत्नी ने अपने पति को छोड़ प्रेमी के गले में डाला वरमाल
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वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा, तेरे इंतजार में बैठा हुआ हूँ शाम से पर रात भर भटका मन मोहब्बत के पते पर, चाँद कब सूरज में बदल गया पता ही नहीं चला
शनम बेवफा निकला, बीच राह में छोड़ किसी और के बाहों में पत्नी को देख पति हुआ मायूस
मामला कोपागंज थाना क्षेत्र के लैरो का हैं। लैरो गांव निवासी विजय शंकर
मऊ जनपद के रतनपुरा ब्लॉक के ग्रामसभा खूंटी मखना अपने ननिहाल में रहता था। जहां इसी गांव की रहने वाली प्रमिला से उसकी आँखे चार हो गयी धीरे धीरे उनके प्यार का परवान चढ़ता गया और दोनों एक दूरसे के लिए जीने मरने की कसमें खाते इससे पहले प्रमिला के घर वालों ने भीटी निवासी आकाश से विवाह कर दिए । अपने अरमानो की दुनियां लिए आकाश अपनी नई नवेली दुल्हनिया को लें कर मिर्जापुर जनपद के रेनू कोट में पूरे परिवार के साथ हसीं ख़ुशी जिंदगी बिता रहा था। अपनी पत्नी को लेकर नजाने कितने सपने सजोया था आकाश ने पर उसका सपना सपना ही बन कर रह गया। शादी के दस दिन बाद ही प्रमिला अपने पति को छोड़ अपने आशिक विजय शंकर के साथ फुर्र हो गयी। परिवार वालों के प्रयास से प्रमिला ने आशिक को छोड़ अपने पति के साथ रहने लगी बेचारा पति सारे गीले शिकवे भूल अपनी अर्धांगिनी को स्वीकार कर जिन्दी को पटरी पर लाने की जुगत में लगा था। कि इसी बीच आकाश किसी काम के चलते अपनी पत्नी के साथ अपने मऊ स्थित घर आया। जहाँ उसकी पत्नी अपने पुराने आशिक के साथ मुम्बई के जुहूँ चौपाटी पर भेल पुरी का स्वाद लेने चली गई। काफ़ी खोज बीन के बाद उसका पता नहीं चला कुछ समय बाद उसकों सूचना मिली की उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ उसके घर लैरो आयी हुई हैं। बेचारा ठगा हुआ पति कोपागंज थाने से पुलिस लें कर प्रेमिका के घर गया जहाँ सिपाही ने रात्रि होने की वज़ह से से कहाँ कि आप तीनों सुबह दस बजे थाना कोपागंज पहुँचो। आज सुबह प्रेमी व प्रेमिका तो समय से थाना पहुंचे पर ठगा गया पति न जाने किस कारण से थाने नहीं पहुंच पाया। काफ़ी इंतजार के बाद दोनों प्रेमी व प्रेमिका ने थाने के ठीक सामने प्राचीन गौरी शंकर मन्दिर में शिव जी को साक्षी मान कर करवा चौथ के दिन हमेशा हमेशा के लिए एक दूजे के हो गए।