
पीड़ित बोले-जिसने घर में आग लगाई उसे छोड़दिया, दरोगा ने बदलवाई तहरीर
पीड़ित बोले-जिसने घर में आग लगाई उसे छोड़दिया, दरोगा ने बदलवाई तहरीर
प्रियेश गुप्ता रुद्र संवाददाता
जौनपुर(उत्तरशक्ति)शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सबरहद के उजरौटी पुरवा गांव मेंजमीनी विवाद को लेकर महिलाओं के साथ मारपीट, “छेड़छाड़ और आगजनी के मामले में पुलिस की कार्रवाई को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।पीड़ित महिलाओं ने पुलिस पर तहरीर बदलने और एफ आई आर में गंभीर आरोपों का जिक्र न करने का आरोपलगाया है। अब पीड़ित पक्ष ने पैसे लेकर मुख्य आरोपी कोछोड़ने और लेखपाल पर गलत पैमाइश कराने का भी आरोपलगाया है। पीड़ितों ने मुख्यमंत्री पोर्टल और डीजीपी को पत्र भेजकर न्याय की मांग की है।मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में पीड़ित युवती रंजना ने बताया कि उनके पट्टीदार समराज से जमीनी विवाद चल रहा था।13 अगस्त को राजस्व टीम ने पैमाइश की थी।जिसके बादसमराज के परिवार के लोग लाठी-डंडा लेकर रंजना, उसकीविधवा मां मीरा और बहन सोनी पर हमला कर दिए। तीनोंबुरी तरह घायल हो गए। आरोप है कि समराज के बेटे केस रेने रंजना के कपड़े फाड़ दिए और उनके रिहायशी मड़हे में आग लगा दी। घायल मां और बेटियों का आरोप है के हलके के दरोगा ने उनकी तहरीर बदलवा दी और एक नई तहरीर लिखवाई।जिसमें आगजनी और कपड़े फाडने की घटनाओं का जिक्र नहीं किया गया। पीड़ित पक्ष का यह भी कहना है कि मुख्यआरोपी केसरे को पुलिस ने थाने लाने के बाद छोड़ दिया।केसरे गांव में खुलेआम दावा कर रहा था कि उसने दरोगा और लेखपाल को पैसे दिए हैं।इसलिए उसका कोई कुछ नहींबिगाड़ सकेगा। इस घटना के बाद पूरे गांव में मनबढ़ परिवार और पुलिस के प्रति नाराजगी बढ़ गई है। लोग पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। बता दें कि पुलिस ने मारपीट समेत मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और चार लोगों कोआरोपी बनाया है।जिनमें से दो लोगों को गिरप्तार भी कियाजा चुका है।