
डगडैया गांव में करोड़ो खर्च के बावजूद भी गुणवत्ताविहीन बनी मेन नहर की खुली पोल।
डॉ.इम्तियाज़ अहमद सिद्दीक़ी
सह-सम्पादक उत्तरशक्ति,जौनपुर
(उत्तर प्रदेश)
डगडैया गांव में करोड़ो खर्च के बावजूद भी गुणवत्ताविहीन बनी मेन नहर की खुली पोल।
नहर टूटने से बाढ़ जैसे हालात लोगो के घरों में घुसा पानी,मिनी बाणसागर के अधिकारी मौन।
सन्दीप कुमार सोनी (उत्तरशक्ति) ब्यूरों चीफ़ जनपद रीवा मध्य प्रदेश
जवा/ रीवा मध्य प्रदेश(उत्तरशक्ति)जिले में लगातार भ्रष्टाचार की पोल दिन प्रतिदिन किसी न किसी विभाग की खुलती जा रही है।इसके बाद भी शासन प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।जिसका ताजा मामला रीवा जिले के जवा तहसील मुख्यालय से सटे डगडैया गांव से सामने आया है कि जैसे ही मिनी बाणसागर परियोजना द्वारा नहर में पानी छोड़ा गया नगर टूट गयी।
और गांव में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए और लोगो के घरों में पानी भर गया।कच्चे मकान गिरने के हालात में है जो गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्यो की पोल खोलकर रख दी है शिकायत पर शासन प्रशासन मौन है तथा ग्रामीण बाढ़ जैसे हालात के बचाव के लिए इधर उधर भटक रहे है।आपको बता दे कि मिनी बाणसागर परियोजना अंतर्गत तराई अंचल ने मेंटेना कंपनी को ठेका दिया गया था।
लेकिन वो कंपनी खुद काम न कराकर क्षेत्रीय लोगो से नहर का कार्य कराया गया और उनके भ्रष्ट इंजीनियर,एसडीओ, सुपरवाइजर के देखरेख में जमकर क्षेत्रीय ठेकेदारों ने भ्रस्टाचार करते हुए गुणवत्ताविहीन बिना मापदंड के कार्य कराया गया। जो तो कुछ ही महीनों में कंक्रीट नहर धरासायी हो गयी थी जिसकी शिकायत भी की गई खबर का प्रकाशन भी हुआ लेकिन शासन प्रशासन एवं सम्बन्धित विभाग के उदासीनता की वजह से कोई जांच नहीं हुई।
न ही मेंटेना कंपनी एवं संबंधित अधिकारियों के ऊपर कार्यवाही की गई। जिसके नतीजा है आज डगडैया गांव में ये बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहा है। इसके पूर्व में भी कई जगहों में नहर टूट चुकी थी जिसका तात्कालिक निर्माण कराया गया है।
लेकिन कोई ठोस निर्माण कार्य नही किया जाता है तो भविष्य में ऐसे गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य से क्या उम्मीद की जा सकती है कि इस नई निर्माणाधीन नहर का क्या भविष्य है। जिसकी आज भी उच्च स्तरीय जांच की जाए तो करोड़ो का घोटाला सामने आ सकता है।