
सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: मदरसा एक्ट की संवैधानिकता को मिली मान्यता, एडवोकेट जाफर रज़ा जैदी ने किया स्वागत
सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: मदरसा एक्ट की संवैधानिकता को मिली मान्यता, एडवोकेट जाफर रज़ा जैदी ने किया स्वागत
जौनपुर,(उत्तरशक्ति )।5 नवंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसले में मदरसा एक्ट की संवैधानिकता को बरकरार रखा, जिससे देशभर के मदरसों को बड़ी राहत मिली है। इस फैसले को भारतीय कानून के दायरे में पारंपरिक इस्लामी शिक्षा देने वाले संस्थानों के अधिकारों की पुष्टि के रूप में देखा जा रहा है।
इस मामले में मदरसा पक्ष का प्रतिनिधित्व करते हुए एडवोकेट जाफर रज़ा जैदी ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में पैरवी की थी और इस निर्णय पर संतोष व्यक्त किया। जैदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मदरसों की महत्वपूर्ण भूमिका को भारतीय शिक्षा व्यवस्था में मान्यता दी है और उनके संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित किया है। उन्होंने इस फैसले को इन संस्थानों की सांस्कृतिक धरोहर और स्वायत्तता की सुरक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
एडवोकेट जाफर रज़ा जैदी की इस फैसले में सक्रिय भूमिका की प्रशंसा हो रही है, जिससे यह जीत उनके न्याय और शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रमाण मानी जा रही है।