
एडिशनल एसपी के बाद आई जी आफिस मे मऊगंज विधायक के साष्टांग प्रणाम की फोटो आयी सामने
एडिशनल एसपी के बाद आई जी आफिस मे मऊगंज विधायक के साष्टांग प्रणाम की फोटो आयी सामने
मऊगंज पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
संदीप सोनी ज़िला संवाददाता रीवा
मऊगंज रीवा।(उत्तरशक्ति)।जहां एक ओर पुलिस अधीक्षक कार्यालय मऊगंज में उस समय अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया था जब मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल अचानक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मऊगंज अनुराग पांडेय के ऑफिस में पहुंचे जहां उन्होंने सीधे साष्टांग प्रणाम करते हुए फर्श पर लेट गए और गुंडो से बचाने का अनुरोध किया। वहीं सोशल मीडिया में एक और फोटो वायरल हो रही है जिसमें विधायक प्रदीप पटेल आई जी कार्यालय में भी साष्टांग प्रणाम करते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुराग पाण्डेय के आफिस में पहुंचकर सीधे जमीन पर साष्टांग प्रणाम करते हुए लेट गये। एडिशनल एसपी श्री पांडे कुछ समझ पाते इसके पहले विधायक श्रीपटेल सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय मऊगंज रसना ठाकुर के पास पहुंचे जहां उन्होंने एक पत्र सौंपते हुए मऊगंज जिले में नशा कारोबारियो के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की ।
पुलिस अधीक्षक मऊगंज रसना ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय में विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल जी आए थे उन्होंने एक पत्र सौंपा है जिसमें नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि आईजी एवं डीआईजी रीवा के निर्देश पर लगातार पुलिस नशा कारोबारियो के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जिसमें 7 कुंटल गांजा के साथ भारी मात्रा में कोरेक्स और अवैध शराब पर समय-समय पर पकड़े जाते रहे वही विधायक को आस्वस्त किया है कि जहां भी इस तरह के नशा के कारोबार हो रहे हैं पुलिस उन पर कार्रवाई लगातार जारी है। वही जहां एडिशनल एसपी के कार्यालय में विधायक का नतमस्तक होना अभी रहस्यमय बना ही हुआ है। वहीं आई जी कार्यालय में भी विधायक प्रदीप पटेल के साष्टांग प्रणाम करने की फोटो भी वायरल हो रही है जो जन चर्चा का विषय बन गया है।
मऊगंज जिले की पुलिस पर लगातार उठरहे सवालमऊगंज जिले की पुलिस भले ही कुछ नशीले पदार्थ के कारोबारियों की गिरफ्तारी कर अपनी पीठ थपथपा ले लेकिन एक के बाद एक घटनाएं मऊगंज के पुलिस की कार्य शैली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं फिर चाहे वह शाहपुर थाना क्षेत्र में ब्राह्मण की चोंटी उखाड़ने का मामला हो या फिर हनुमना थाना क्षेत्र के प्रसिद्ध हाटेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी के घर में लाखों की चोरी की नाम जद रिपोर्ट दर्ज करने एवं आरोपियों के घर के बाहर पेटी आदि बरामद होने के बाद भी गिरफ्तारी न करना, हनुमना थाना के ही अर्जुनपुर ग्राम में हुई चोरी के आरोपियों को बचाना, 19 सितंबर24 को हनुमना थाना क्षेत्र के ग्राम मसुरिहा वार्ड क्रमांक 7 में दो लोगों को आधी रात आधा दर्जन लोगों द्वारा प्राणघातक हमला करके गंभीर घायल करने के बाद भी 324 जैसी सामान्य धाराएं लगाना एवं महज दो आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद शेष अपराधियों का खुलेआम घूमना तथा उन्ही आरोपियों द्वारा 19 सितंबर 24को हमलावरों की गिरफ्त से भाग खड़े हुए उपाध्याय दंपति को बंधक बनाकर उनके ऊपर पेशाब करने एवं अश्लील हरकत की शिकायत पर पूरी रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय एस आई द्वारा उल्टे आरोपियों से समझौता करने की हिदायत देना तथा वीडियो वायरल होने के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार न करना ना ही उन पर मुकदमे दर्ज करना मऊगंज पुलिस के कार्यशैली पर जहां सवालिया निशान लगा रही है। वहीं हनुमना थाना क्षेत्र के ही ग्राम कोन में दर्जनों परिवारों का आम रास्ता रोककर कुछ सरहंगो द्वारा प्रशासन केबार-बार अतिक्रमण हटाए जाने के बाद पुनः भी पुलिस के सामने ही रास्ता अवरूद्ध कर देना एवं 14 सितम्बर को पुनः अतिक्रमण खुलवाने गए तहसीलदार तथा पत्रकारों को मां बहन की गंदी-गंदी गालियां देते हुए लाठी डंडे पत्थरो से मारने दौड़े अपराधियों की नामजद रिपोर्ट के बावजूद भी आज तक गिरफ्तारी न होना। इतना ही नहीं अपराधियों को इस कदर संरक्षण दिया जा रहा था कि तत्कालीन हनुमना टी आई राजेश पटेल को भी आरोपियों द्वारा उनके मुंह पर ही लतमार भी कहे जाने के बावजूद उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है ना ही उनकी गिरफ्तारी की जा रही है कारण अपराधियों से पुलिस की सांठ गांठ जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण बताया जाता है कि ग्राम कोन के आरोपियों के सगे संबंधी सिंगरौली जिले में पदस्थ टी आई राजेंद्र पाठक एवं राजेश पटेल का कॉलेज लाइफ का सहपाठी होना एवं रूम पार्टनर होने के नाते दोस्ती निभाने के चक्कर में इतना बड़ा रिस्क ले बैठे थे कि नरसंहार होने की भी स्थिति वहां निर्मित हो चुकी थी यह तो सहयोग था कि प्रशासनिक अमला अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकला था अन्यथा कोई बड़ी घटना घट सकती थी आज भी दर्जनों परिवारों के बच्चे दो-दो किलोमीटर घूम कर अलग रास्ते से स्कूल जाते हैं और वह अतिक्रमण नहीं हट पाया। शाहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बधइयां निवासी उपभोक्ता की गाड़ी चोला मंडलम कंपनी के ठगो द्वारा लेकर फरार हो जाने की तत्काल शिकायत कंपनी के मऊगंज आफिस एवं थाने में करने के बावजूद कंपनी के अधिकारियों से मिली भगत के चलते आज तक शाहपुर पुलिस ने एसपी महोदय के आदेश के बाद भी एफ आई आर तक दर्ज नहीं किया है इस प्रकार स्पष्ट है कि मऊगंज जिले में पुलिस बेलगाम हो चुकी है यही कारण है कि मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल को सरेआम पुलिस के सामने साष्टांग नतमस्तक होना पड़ रहा है